
कुण्डली विश्लेषण
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हमारा जीवन कर्म चक्र के आधीन है और कर्मफल अवश्य भोगना पड़ता है। विज्ञान भी मानता है कि हर क्रिया की प्रतिक्रिया

रत्न धारण सलाह
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार प्रत्येक ग्रह के लिए एक निश्चित रत्न निर्धारित किया गया है जैसे सूर्य के लिए माणिक्य, चंद्र के लिए मोती तथा मंगल के लिए मूंगा आदि।

कुण्डली निर्माण
जन्मकुंडली ऋषियों द्वारा आविष्कृत एक ज्योतिषिय प्रारुप है जो आकाश मण्डल मे स्थित राशि नक्षत्रों के मध्य भ्रमण करते हुए ग्रहो की स्थिति को दर्शाता है।

विवाह बाधा उपाय
ज्योतिष शास्त्र मे विवाह बाधा का अर्थ है विवाह मे विलंब, वैवाहिक जीवन मे अशांति, विवाह विच्छेद, विधुर या विधवा होना आदि।

कैरियर मे बाधा उपाय
किसी भी व्यक्ति के जीवन मे आर्थिक दृष्टि से कैरियर या व्यवसाय का विशेष महत्व होता हे हर व्यक्ति चाहता है कि उसका कार्य या व्यवसाय बिना

विवाह मेलापक
मानव व्यवहार विज्ञान के अनुसार जो व्यक्ति परस्पर समान गुण धर्म तथा रुचियाँ रखते है उनके बीच सफल सांमजस्य बना रहता है।

स्वास्थ्य संबंधी उपाय
प्राचीन काल मे ज्योतिष और चिकित्सा एक दूसरे पर अन्योन्याश्रित थी एक चिकित्सक जहां रोगों के अनुसार औषधि के चयन मे समर्थ होता था

ऋण पितर दोष उपाय
कुंडली मे ऋण पितर दोष का अर्थ होता हैं हमारे पूर्वजों से कुल परिवार मे चला आ रहा ऐसा दोष जो हमे शारीरिक तथा मानसिक रुप से पीड़ा पहुंचा रहा है।

सन्तान बाधा उपाय
दाम्पत्य जीवन का उद्देश्य काम की संन्तुष्टि तथा सृष्टि क्रम को बनाये रखना है। ऐसा कोई भी दम्पत्ति नहीं होगा जो संतान की चाहत ना रखता हो।

जन्मतिथि से ज्योतिषिय उपाय
अंक ज्योतिष जन्मतिथि की सहायता से भविष्यवाणी करने का विज्ञान है। प्रत्येक अंक एक निश्चित ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है जैसे अंक 1 सूर्य, अंक 2 चंद्र,

वास्तु दोष उपाय
वास्तु कला भवन निर्माण की वह कला है जिसके अन्तर्गत गृह निर्माण मे ग्रहो की दिशाओं के अनुसार ऐसा निर्माण किया जाता हैं कि घर मे सतत सकरात्मक