हिन्दू परम्परा मे महिलाओं द्वारा मनाये जाने वाले पर्वो मे तीज का विशेष स्थान है जिनमें हरियाली तीज,कजरी तीज तथा हरतालिका तीज तीन प्रमुख त्योहार है। यह सभी त्योहार परिवार की सुख समृद्धि तथा मंगल कामना से जुड़े है ।
हरतालिका का अर्थ क्या है कई जगह यह बताया गया है कि हरतालिका का अर्थ है हरित+तालिका यानि सहेलियों द्वारा हरण। जैसे पार्वती का उसकी सहेलियों ने हरण कर उसे जंगल मे पूजन हेतु ले जाया गया था किन्तु यह बात मेरे गले से नहीं उतरती है। पर्यायवाची शब्दों के आधार पर देखे तो हर शब्द शिव का द्योतक है जैसे हरि विष्णु का और तालिका का एक अर्थ कुंजी भी होता है इसप्रकार मेरे विचार से इसका अर्थ हुआ शिव को प्राप्त करने की कुंजी । खैर जो भी मान्यता हो उसमे निहितार्थ शिवपूजन से है।
प्राचीन काल से हिन्दुओ की सामाजिक संस्कृति मे परिवार मे किसी स्त्री का मान सम्मान पद प्रतिष्ठा तभी तक बरकरार रहती थी जब तक उसका पति जीवित रहता था। सम्भवतः इसी सोच के परिणाम ने पति की आयु वृद्धि तथा मंगल कामना को ध्यान मे रखकर ऐसे पर्वो का विकास किया गया हो।
दूसरी तरफ लोक कथाओं पर ध्यान दे तो माना जाता है कि भादो शुक्ल पक्ष की तृतीया के दिन पार्वती के व्रत से प्रसन्न होकर शिव ने उन्हें पत्नी रुप मे वरण करने का आर्शीवाद प्रदान किया था। शिव पार्वती के सफल दांपत्य जीवन से प्रभावित होकर हर स्त्री चाहती है कि उसे शिव पार्वती जैसा दांपत्य जीवन प्राप्त हो और वह पार्वती के समान उसी तिथि पक्ष मे विधिवत शिव पार्वती की मूर्ति का पूजन अर्चन कर वर की अभिलाषा रखती है।
इस वर्ष 2020 मे यह पवित्र त्योहार 21 अगस्त को पड़ रहा है।